अब इस ब्लॉग में हम आपको तीन आसान आयुर्वेदिक सुझाव देंगे, जिससे आपके बाल सुन्दर बने रहेंगे। और तो और, आपको इसके लिए रसायनों के बजाय उन चीज़ों का इस्तेमाल करना है जो आपकी रसोई में ही मौजूद हैं।
भृंगराज और नारियल तेल की चम्पी:
8-10 सूखी भृंगराज की पत्तियाँ, 8-10 सूखे कड़ी पत्ते और ½ छोटा चम्मच मेथी दाना लें। अब इन्हें अच्छे से पीस लें। इसके बाद एक कप में नारियल और तिल का तेल लेकर उसमें यह तीनों चीज़ें मिला दें। तेल को तब तक उबालें जब तक सारी सामग्री अच्छे से मिल न जाये। इस मिश्रण को एक रात के लिए ऐसे ही छोड़ दें और अगले दिन निचोड़कर तेल से बालों में मसाज कर लें। चम्पी से सिर में रक्तवहन तेज़ होता है और वात दोष संतुलित होता है। इस मिश्रण में उपस्थित पोषक-तत्व परिसंचरण में सुधार लाकर तनाव को कम करते हैं और आपको आराम देते हैं।
ब्राह्मी और अश्वगंधा से बना हेयर मास्क:
ब्राह्मी और अश्वगंधा दिमाग की नसों को आराम देता है और बालों को जड़ से मजबूत करता है। इन तीनों चीजों को एक कप में लें और इसमें दही या जैतून का तेल मिला लें। अब इसे हल्के-हल्के हाथ की उंगलियों या ब्रश की मदद से अपने बालों पर लगाएँ। प्राकृतिक जड़ी-बूटियाँ असर करने में थोड़ा समय लेती हैं, तो इस मास्क को 45-50 मिनट के लिए छोड़ दें। रीठा या शिकाकाई से अपने सिर को धो लें।
आँवला, मुल्तानी मिटटी और दही:
आँवला और दही, दोनों ही कफ को संतुलित रखते हैं और बालों को ठीक रखने में मददगार हैं।इन दोनों में मुल्तानी मिटटी मिलाकर इस्तेमाल करने से बालों के लिए एक बहुत अच्छा पैक तैयार किया जा सकता है, जिसके इस्तेमाल से आप बालों को प्राकृतिक रंग व ताकत दे सकते हैं। इन तीनों चीज़ों को एक-एक चम्मच लेकर लगाने से पहले अच्छे से मिला लें। अब इसे 30 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें और फिर जीवा ब्लैक पर्ल शैम्पू से धो लें।