अजवाइन:
अगली बार आपको दर्द हो, तो अजवाइन का इस्तेमाल करें। ये एक बहुत ही गुणकारी दर्द-निवारक है और दर्द से तुरंत ही आराम देती है। साथ ही, यह सूजन, खून आना, कब्ज और गैस में भी आराम देती हैं। एक चुटकी अजवाइन को रोज़ सुबह खाली पेट गर्म पानी के साथ लें और कमाल देखें।
केसर:
आयुर्वेदिक की सौन्दर्य-संबंधित सभी चिकित्साओं में केसर को एक बहुत महत्वपूर्ण जड़ी-बूटी के रूप में देखा जाता है, क्योंकि यह रंग को साफ़ करने में कामयाब है। यह सरदर्द और उल्टी में भी असरदार है। थोड़ी-सी केसर को शुद्ध मक्खन के साथ हथेली पर मसलकर थोड़ी देर तक उसकी खुशबू महसूस करें। ऐसा करने से माइग्रेन में निश्चित ही आराम मिलेगा।
हल्दी:
क्या आपको याद है जब आपकी माँ एक चम्मच हल्दी लेकर आपके खून बहते अंगूठे पर लगाती थीं? वो ऐसा इसलिए करती थीं, क्योंकि हल्दी में चोट को ठीक करने के गुण होते हैं। सिर्फ यह ही नहीं, हल्दी रोग-प्रतिरोधक शक्ति और पाचन आदि को भी ठीक करती है। यह रंग को साफ़ करने में भी सक्षम है।
हल्दी के एंटीबायोटिक गुण जलन, खुजली, सूजन, मधुमेह, मोटापा और संधिशोथ को ठीक करने में भी लाभदायक है। गर्म दूध में एक चुटकी हल्दी मिलाकर पिएँ और फिर इसके फायदे देखें।
अदरक:
अदरक गैस, अपच, कब्ज और खून आने जैसी समस्याओं में बेहद लाभकारी है। ताज़ी अदरक खराब या बैठा गला ठीक करके आपको सर्दी-जुकाम से बचाती है। यह ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसी श्वसन की परेशानियों को भी नियंत्रित करती है।
सर्दी-जुकाम होने पर आप अपने आहार में भी अदरक का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा, आप अदरक वाली चाय भी पी सकते हैं। अदरक का एक टुकड़ा एक चुटकी सैंधा नमक के साथ चबायें और खाना खाने से 15 मिनट पहले एक गिलास गर्म पानी पियें। ऐसा करने से भूख बढ़ेगी।
अगर आप इन चार अद्भुत मसालों का इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो आज ही इनको अपनी रसोई में जोड़ें और एक नया अनुभव लें।