मुंहासों और कीलों के इलाज के 5 असरदार घरेलू नुस्ख़े:
तुलसी:
तुलसी आयुर्वेद की एक पवित्र जड़ी बूटी है, जो चिकित्सकीय गुणों से भरपूर है। तुलसी को मुँहासे और कीलें हटाने में सबसे प्रभावी माना जाता है।
इसके फायदे पाने के लिए तुलसी की कुछ पत्तियों को मसलकर उसके रस को चेहरे पर लगायें और चेहरे के उस क्षेत्र में मसाज करें जहाँ मुँहासे हों। अब इसे 15 मिनट तक ऐसे ही रहने दें, ताकि आपका चेहरा उस लेप को सोख ले। इसके बाद, ठंडे पानी से मुँह धो लें। यह तरीका आपके चेहरे को प्राकृतिक सुंदरता और ताजगी देगा।
शहद:
चेहरे के प्रभावित क्षेत्र पर कुछ बूँद शहद डालें। यह क्रिया नियमित अंतराल पर करें। आयुर्वेद के अनुसार, शहद के बहुत से गुण चेहरे के लिए अद्भुत रूप से लाभकारी हैं और इसमें मौजूद तत्व त्वचा विकार को ठीक करते हैं।
हल्दी:
हल्दी के प्राकृतिक तत्व विशेष रूप से फफूँदी (फंगस) और जीवाणुओं को पनपने से रोकते हैं। यह उन जीवाणु को फैलने से रोकते हैं, जो मुँहासों का कारण बनते हैं। हल्दी के एंटी-ऑक्सीडेंट गुण आपकी त्वचा को पुनर्जीवित करते हैं और इसकी उचित देखभाल में मदद करते हैं।
हल्दी का लेप बनाने के लिए आपको सिर्फ थोड़ा सा बारीक़ पिसा हल्दी पाउडर और शहद चाहिए। यह त्वचा विकार को दूर करके आपकी त्वचा को एक साफ रंगत देती है।
नीम की पत्तियाँ:
आयुर्वेद के अनुसार, त्वचा विकारों को दूर करने के लिए नीम की पत्तियों के लेप को प्रभावित क्षेत्र पर लगाना एक बेहद कारगर उपाय है। लगभग 10 नीम की पत्तियों को मसल कर उन्हें 10 मिनट तक उबालें और जब वो गाढ़ा हो जाए, इसे लगा लें।
नींबू:
नींबू में अम्ल की मात्रा अधिक होती है, जिसकी वजह से इसका रस मुँहासों और कीलों से लड़कर चेहरे पर रौनक लाता है। नींबू के रस से मसाज करने से मुँहासे और कीलों को ख़त्म किया जा सकता है।