आमला पाचनवर्द्धक, मूत्रवर्द्धक और प्राकृतिक रक्त-शोधक है, जो त्वचा को ताजगी देता है और पाचन ठीक करता है। यह दस्त, गोनोरिया, दहन, पीलिया, पायरोसिस, इरप्शन, पीलेपन, कब्ज, अपचन, मतली, गठिया, खाँसी और साँस से संबंधित बीमारियों से लड़ने में शरीर की मदद करता है।
आँवला के स्वास्थ्य और त्वचा सम्बन्धी लाभ:
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100 ग्राम आँवला लेकर उसमें 10 ग्राम गुड़ मिलायें और इस मिश्रण का काढ़ा बनाएँ। इसे थोड़ा-थोड़ा करके नियमित अंतराल पर पीएँ। यह पीने से मुँहासों, रक्त-पित्त और जलन आदि से आराम दिलाता है।
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ताजे फलों का जैम सुबह खली पेट खाने से पित्त रोग से निजात मिलता है। अगर चाकू या किसी नुकीली चीज़ से आपकी त्वचा में कोई जख्म हो गया है, तो आँवला का ताज़ा जूस लगायें, तुरंत ही आराम मिलेगा।
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आँवला आँखों की रौशनी को भी ठीक करता है। ये कमजोर दृष्टि, मायोपिया, हाइपर्मेट्रोपिया जैसी दिक्कतों को ठीक करता है। इसके लिए ताज़ा बना हुआ आँवला का जूस पीयें।
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नाक से खून बहने जैसी समस्याओं के लिए, जामुन (सीजीजियम क्युमिनी), आम और आँवला को निचोड़कर एक गाढ़ा लेप बना लें। इस लेप को माथे पर लगायें, तुरंत ही नाक से खून आना बंद हो जायगा।
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10-20 ग्राम आँवला का जूस निकालें और इसमें 2 से 3 ग्राम मिर्च मिलाएँ। अब इस घोल को 2 चम्मच शहद के साथ दिन में दो बार लें। यह हिचकी में बहुत फयदेमंद है।
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आँवला उम्र से पहले सफ़ेद हो रहे बालों के इलाज में भी उपयोगी है। आँवला के पाउडर से सिर धोयें। आँवला, शिकाकाई और मेंथी से बालों के लिए एक मास्क तैयार करके इसे थोड़ी देर सिर पर रहने दें और उसके बाद सिर धो लें। ऐसे करने से बालों की चमक और कालापन वापिस आ जाता है।
इसके लिए आप जीवा का आँवला का जूस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जो कि ताज़े आँवला से बनता है। 30 मि.ली. जीवा आँवला जूस दिन में दो बार पीयें।