नारी की कांतियुक्त त्वचा उसकी सुन्दरता का दर्पण है।
आयुर्वेद के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति की त्वचा में वात, पित्त व कफ की भिन्नता के आधार पर विभिन्न लक्षण व गुण पाये जाते है। इस लेख में हम पित्त प्रकृति वाले व्यक्तियों में पाये जाने वाले कील, मुहासे व दाग जैसी समस्याओं के निवारण में सहायक, एक प्रभावी त्वचा देखभाल पद्धति एवं आहार विहार शैली हेतु परामर्श देंगे।
सामान्यतया फेशियल प्रक्रिया त्वचा की सफाई करने से आरम्भ होती है। पित्त प्रकृति वाले व्यक्तियों में दाग, कील-मुँहासे आसानी से हो जाते है अतः चंदन पाउडर, गुलाब जल व नीबू का रस या ऐलोवेरा रस मिलाकर मिश्रण बनाए। नेत्रों के चारो तरफ के हिस्से को छोडकर इस मिश्रण को नमीयुक्त त्वचा पर कुछ मिनटो तक रगड़े और फिर चेहरे को साफ व ताजे पानी से धो लें।
त्वचा की सफाई के उपरान्त, चेहरे की मालिश हेतु निम्न सामग्री का मिश्रण करे। आप बादाम पाउडर (1 बडा चम्मच) खट्टी दही (1/4 बडा चम्मच) शहद (एक बड़ा चम्मच) संतरे के छिलके का चूर्ण (1 बडा चम्मच) नींबू का रस (एक बडा चम्मच) या ऐलोवेरा रस ले कर इन सभी को मिला ले। फिर इस मिश्रण से 5-10 मिनट तक अपने चेहरे की मालिश करें।
मालिश के बाद पित्त प्रवृति वाले व्यक्तियों के लिए हल्की गर्म सेक लेना ज्यादा श्रेष्ठ होता है। गर्म सेक लेने के लिए पानी में धनिये के बीज डालकर इसे उबाले फिर इस गर्म पानी में एक सूती वस्त्र भिगोकर हल्के से निचोड ले। तदोपरान्त अपने नेत्रों को सुरक्षित कर इससे पूरे चेहरे को ढक ले।
भाप के बाद आप पित्त प्रकृति वाले के अनुरुप फेस मास्क बनाकर लगा सकते है। इस मास्क हेतु आप लाल मसूर दाल पाउडर (2 बडे चम्मच), चावल का आटा (2 बडे चम्मच) जौं का आटा (2 बडे चम्मच) एवं आवश्यकतानुसार दूध लेले। फिर इन सारी सामग्रियों को मिलाकर पेस्ट बनाए। तदोपरान्त इस पेस्ट को 10 मिन्ट तक फ्रिज मे रखें। ठंडा होने पर आँख के चारो तरफ छोड़कर यह पेस्ट पूरे चेहरे पर लगाकर 20 मिनट तक के लिए छोड़ दें। 20 मिनट के बाद हाथों मे थोड़ा दूध लेकर चेहरे की अंगुलियों के पोरवों से गोल-गोल घुमाकर मालिश करें। बाद में ताजे व साफ पानी से चेहरा धो लें।
फैशियल के बाद आर्द्रता प्रदायक पैक पित्त प्रकृति वाली त्वचा को कोमल, नरम व कांतियुक्त बनाता है। इस पैक हेतु आप ऐलोवेरा जैल (30 मि.ली), तरबूज का गूदा (1 बडा चम्मच) नींबू का रस (15 मि.ली.) लें। इस सारी सामग्री को मिलाकर 20 मिनट तक फ्रिज मे ठंडा होने के लिए रख दें। ठंडा होने पर इस मिश्रण को चेहरे व गर्दन पर लगाए एवं सूखने दें। 10 मिनट बाद आप अपना चेहरा ताजे पानी से धो लें। इसके अलावा चेहरे को आर्द्रता प्रदान करने के लिए आप रात मे शयन करते वक्त चंदन के तेल या घी का भी प्रयोग कर सकते हैं।
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