सिर के लिए 3 आयुवेर्दिक तेल, जिनको आप घर पर बना सकते हैं और जिनसे आप अपने बालों को स्वस्थ रख सकते हैं, यहाँ दिए गए हैं:
पुदीने का तेल (मिन्ट ऑयल):
आप यह तेल आसानी से घर पर बना सकते हैं। इस आयुर्वेदिक तेल को बनाने के लिए पुदीने की पत्तियाँ, बादाम का तेल और एक पात्र लीजिये। पुदीने की पत्तियों को पीसकर उस पात्र में भर लें। अब पात्र में इतना बादाम का तेल डालें कि पत्तियाँ पूरी तरह भीग जाएँ। इस मिश्रण को 2-3 दिन के लिए अच्छी धूप में रखें और फिर इसे छान लें। इससे एक तरोताजा कर देने वाला और गंधयुक्त तेल बनेगा जो कि जीवाणुरोधी गुणों से भरपूर और पूर्णतया प्राकृतिक होगा। यह तेल रूसी ख़त्म करने में मदद करेगा, आपकी खोपड़ी को ठंडा और दिमाग को शांत रखेगा।
हर्बल हेयर ऑयल:
कड़ीपत्ता, तुलसी और नीम की पत्तियों में मेंथी के बीजों को मिलाकर आप इस औषधीय तेल को तैयार कर सकते हैं। ऊपर बताई गयी सभी प्रकार की पत्तियों को बराबर मात्रा में लें और पीस लें। अब इनमें अच्छी मात्रा में बादाम का तेल और मेंथी के बीज मिलाएँ। गर्म होने तक इस तेल को उबालें। थोड़ी देर में इसे छानकर एक मर्तबान में भर लें। इस हर्बल तेल का नियमित इस्तेमाल वात दोष को ठीक रखता है। यह बालों की मजबूती बढ़ाता है, रूखापन कम करता है और इनकी वृद्धि को तेज करता है।
नींबू का तेल:
यह सुनने में जरूर थोड़ा अजीब लगता है, पर नींबू का आयुर्वेदिक केश तेल तैयार करना बहुत ही आसान है। इस असरदार तेल को तैयार करने के लिए आपको नींबू के बाहरी भाग, यानी कि छिलकों को कद्दूकस करना होगा। इन कसे हुए छिलकों को एक कांच के बर्तन में भरकर इसमें जैतून का तेल मिलाएँ। अब मिश्रण को कुछ के लिए सूर्य की रौशनी में पकने को छोड़ दीजिये। आपका नींबू का तेल तैयार है। नींबू अपने सिट्रिक गुणों के लिए जाना जाता है, जो कि आपके बालों की चिपचिपाहट को ख़त्म कर सकता है। यह खोपड़ी में रक्त संचार बढ़ाकर बालों की तेजी से वृद्धि भी सुनिश्चित करता है।