कुण्डलिनी ऊर्जा के जागरण की अत्यन्त गोपनीय विधियों में से एक है भुजंगासन पूर्ण सूर्य नमस्कार की पांचवीं स्थिति, भुजंगासन, संस्कृत के शब्द ‘भुजंग’ से उत्पन्न हुआ है, जिसका अर्थ होता है ‘सर्प’ और आसन का अर्थ है ‘स्थिति’। इसे कोबरा सर्प की स्थिति (सर्पासन) भी कहा जाता है, यह आसन अधिक झुकाव की प्राथमिक नींव है। इस आसन में, पूरा शरीर कोबरा के सिर की तरह उठ जाता है, जो सर्पाकार कुण्डलिनी-मेरुदण्ड के आधार में कुण्डली के रूप में स्थित विभव ऊर्जा के जागरण का प्रतीकात्मक रूप होता है। अगर यह ठीक से किया जाये तो यह हमारी मेरुदण्ड और कमर के निचले भाग को शक्ति देता है।
आसन आरम्भ करते समय, सर्वप्रथम फर्श पर अपने पेट के बल लेट जायें। अपने सिर को फर्श पर आराम की स्थिति में छोड़ दें। सुनिश्चित कर लें कि आपकी सारी पेशियां शिथिल होनी चाहिए। अब, अपने पैरों को साथ कर लें और हो सके तो पूरे आसन में इस स्थिति को बनाये रखें।
अपनी भुजाओं को अपने कंधों के नीचे की तरफ शरीर के साथ सटाकर रखें। हाथ सीने के पास होने चाहिए।
धीरे-धीरे सांस खींचें और अपने सीने और सिर सहित शरीर के ऊपरी भाग (धड़) को जितना संभव हो सके, ऊपर उठायें। इस चरण को धीरे-धीरे करने की कोशिश करें जिससे कि कोई झटका न लगे।
जब आप यह आसन कर रहें हों, आपका सिर और सीना ऊपर की ओर होना चाहिए।
अपनी भुजायें फैलाकर रखें जिससे कि वे फर्श पर लम्बवत् खड़ी रहें। अपनी पीठ के पिछले हिस्से को ढीला रखते हुए अपना सारा भार हाथों पर छोड़ दें।
इस स्थिति को कई गहरी सांसों के साथ बनाये रखें और जब षरीर को नीचे की स्थिति में वापस ला रहे हों और अपने हाथों को शरीर के सामने ला रहे हों तब धीरे-धीरे सांस छोड़ें।
इस आसन को नहीं करना चाहिये अगर-
आपको हाल ही में पीठ या रीढ़ में चोट लगी हो।
आपकी पीठ की पेशियां कमजोर हों।
आप गर्भवती हैं।
To Know more , talk to a Jiva doctor. Dial 0129-4264323 or click on Our Doctors.
SHARE:
TAGS:
अनुलोम-विलोम प्राणायाम के फायदे और तकनीक
बार-बार पेशाब आने से पाएं छुटकारा इन 5 घरेलू नुस्खों से
सात्विक, राजसिक, तामसिक: मन और उसके विभिन्न प्रकार
त्रिफला - बवासीर खत्म करने की गुणकारी औषधि
Home Remedy to Strengthen The Pancreas
how to Balance Vata Dosha
HOW TO REDUCE PITTA IMMEDIATELY ACCORDING TO AYURVEDA
आयुर्वेद और पाचन शक्ति
अच्छी सेहत देने वाली दिनचर्या और रात्रिचर्या
Sweating: The Key to Eliminating Waste from Your Body