आइये, अब डायबिटीज के शुरुआती 5 संकेतों के बारे में जानते हैं, जिनको आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए:
लगातार पेशाब आना:
बार-बार पेशाब आना मधुमेह का पहला लक्षण होता है। मधुमेह की शुरुआती अवस्था में व्यक्ति को बार-बार पेशाब करने जाना पड़ता है। इससे सीधे गुर्दा प्रभावित होता है। पेशाब को रोकने पर भी गुर्दे को बहुत नुकसान होता है।
शरीर में झनझनाहट महसूस होना:
दूसरा लक्षण है - शरीर में झनझनाहट होना। यदि किसी को शरीर के अंगों, जैसे हाथ, कंधे, गर्दन में झनझनाहट शुरू हो जाती है, तो यह शारीरिक समस्या डायबिटीज (मधुमेह) का प्रारंभिक लक्षण भी हो सकती है।
ज्यादा भूख लगना:
मधुमेह में व्यक्ति को बहुत भूख लगना शुरू हो जाती है। खाना खाने के पश्चात भी वह और खाने की इच्छा रखता है। यदि आपकी भूख भी नियंत्रण से बाहर है तो तुरंत अपने चिकित्सक से परामर्श करें, क्योंकि यह मधुमेह के प्रारंभिक लक्षण भी हो सकते हैं।
जख्मों का ठीक नहीं होना:
मधुमेह में यदि व्यक्ति को कोई चोट लगती है या कोई जख्म हो जाता है, तो वह जल्दी से नहीं भरता। घावों को भरने में काफी लम्बा समय लगता है। शुगर के स्तर में वृद्धि के साथ, रोगी के शरीर में फोड़े, छेद और छाले भी बढ़ने लगते हैं।
थकान:
शुगर लेवल कम हो गया हो या ज्यादा, दोनों ही प्रकार की डायबिटीज समस्याओं में शरीर को थकान ज्यादा होती है। शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ने के साथ रक्त परिसंचरण कम हो जाता है, जिससे सूजन बढ़ती जाती है और थकान पैदा होती है। यह मधुमेह रोगियों में पाया जाने वाला एक आम लक्षण है और यदि आपको लगता है कि आप इससे ग्रस्त हैं तो नियमित जांच जरूर कराएँ।
अगर आपको स्वयं में या किसी जानकार में इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो उसे नजरअंदाज न करें। खून की जांच करवायें और चिकित्सक से परामर्श लें।