अनियमित मलत्याग की दिक्कत या ग्रहणी कमजोर पाचन तंत्र की वजह से होती है। आयुर्वेद के मुताबिक वात का असंतुलन हमारी आंतों की अवशोषण शक्ति को कमजोर कर देता है। चूंकि आंतें ग्रहण नहीं कर पाती हैं, इसीलिए इसको ग्रहणी कहा जाता है। कमजोर पाचन, तनाव, बेचैनी, अवसाद इस बीमारी के मुख्य कारण हैं।
क्या आप यह लक्षण लगातार महसूस कर रहे हैं? अगर हां, तो यह समय है डॉक्टर की सलाह लेने का। आयुर्वेदिक सलाह के लिए फोन करें- 0129-4040404
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