साल के कुछ खास दिनों में बच्चे को ओज से बचाने के खास उपाय करने चाहिए। मौसम का बदलाव बीमारियों की सौगात लाता है, इसलिए बच्चे हों या बड़े सभी के बीमार होने का खतरा रहता है। इन दिनों में शरीर की रक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना और ओज को बचाना ज्यादा जरूरी हो जाता है। यहाँ हम आपको कुछ साधारण उपाय बता रहे हैं।
1 स्कूल के लिए तुलसी वाला पानी
साफ पानी में 5-6 तुलसी की पत्तियाँ डालकर उबालें। अब इसे ठंडा होने दें फिर छान लें। अपने बच्चे को ये पानी स्कूल में पीने के लिए दें। तुलसी में एंटीबायोटिक और कीटाणुनाशक गुण होते हैं, यह रोगाणुओं से होने वाली बीमारी से बचाते हैं और शरीर की रक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं। खाँसी, नाक बंद होना, साँस लेने में तकलीफ होने की परेशानी में भी तुलसी बहुत कारगर है। तुलसी वाला पानी आँखों के लिए भी बहुत अच्छा है।
2 तिल के तेल से मालिश
पित्त दोष को संतुलित करने के लिए तिल का तेल बहुत अच्छा होता है, यह पाचन को बढ़ाता है। यह शरीर, त्वचा, दिमाग और पाचन को सेहतमंद बनाता है। हफ्ते में एक बार अपने बच्चे की तिल के तेल से मालिश जरूर करें, इससे बच्चे की त्वचा बेहतर होगी और उसकी हड्डियों में लचीलापन आएगा। तिल के अंदर बलाकरा गुण होता है जो शरीर और उसकी रक्षा प्रणाली को मजबूती देता है
3 अदरक हल्दी का चूर्ण
अदरक-हल्दी के चूर्ण में बायोएक्टिव गुण होते हैं जो शरीर की रक्षा प्रणाली को ताकतवर बनाते हैं। एक पैन में दूध गर्म करें, जब यह उबलने लगे तो इसमें 1 चम्मच हल्दी और एक चुटकी अदरक का पाउडर मिलाएँ, इस लगातार तब तक चलाते रहें जब तक यह पूरी तरह मिल ना जाएँ। अब इसको छानकर गिलास में भर लें। इसे अपने बच्चे को दिन में एक बार पिलाएँ।
4 शरीर की रक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने वाला आहार
ओज को ताकतवर रखने के लिए अग्नि को ताकतवर रखना होता है। पेट की वह आग को खाना पचाने में मदद करती है उसे आयुर्वेद में अग्नि कहा जाता है वह ओज को प्रभावित करती है। ऐसा आहार लें जो पचने में आसान हो और हल्का हो। ऐसा आहार आसानी से ओज में बदलता है। पनीर, दूध, दालें, अनाज, ताजे फल वगैरह ओज को बढ़ाने वाले अच्छे आहारों में शामिल हैं।
5 शरीर की रक्षा प्रणाली मजबूत बनाने वाले मसाले
हल्के मसाले भोजन का स्वाद बढ़ाते हैं और पोषक तत्वों को शरीर तक पहुँचाकर पाचन शक्ति की मदद करते हैं। यह भोजन के प्राकृतिक पोषण को नष्ट नहीं करते हैं। आयुर्वेद तो सलाह देता है कि भोजन में कुछ मसाले जैसे हल्दी, जीरा, काली मिर्च, दालचीनी, इलायची शामिल करना चाहिए। मेथी भारतीय भोजन में इस्तेमाल होने वाला सामान्य मसाला है, यह सर्दी से जुड़ी एलर्जी के उपचार में बहुत कारगर है।
6 तनाव को खत्म करने वाला
तनाव होने पर शरीर तनाव से जुड़े हार्मोन्स छोड़ता है जिससे शरीर की रक्षा प्रणाली कमजोर होती है। बच्चे भी तनाव से अछूते नहीं हैं। दरअसल इस मामले में बच्चों पर कोई ध्यान नहीं देता, लेकिन कुछ बच्चे स्कूल या खेल के मैदान में तनाव झेलते हैं। इससे निपटने के लिए बच्चों की मदद करें, उनसे उनकी परेशानियों के बारे में बात करें। बच्चों के साथ कुछ समय बिताएँ। अपने बच्चे से सुबह 10 मिनट तक लंबी साँस लेने और छोड़ने वाला व्यायाम करवाएँ, इससे तनाव दूर होगा। ज्यादा आसान उपाय यहाँ पढ़ें अपने बच्चे को तनाव से मुक्त कैसे करें।
7 व्यायाम और अच्छी नींद
नियमित कसरत अच्छी सेहत, मजबूत पाचन और शरीर से विषैले तत्वों को निकालने के लिए बहुत अच्छा होता है। इन सारी चीजों का सकारात्मक असर शरीर की रक्षा प्रणाली और ओज पर पड़ता है। यह साबित हो चुका है कि कम नींद लेने से शरीर की रक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है। मोबाइल फोन, टीवी और कंप्यूटर नीली रोशनी छोड़ते हैं जो दिमाग को जगाए रखती है और सोने नहीं देती। यह शरीर की नींद लेने की प्राकृतिक प्रक्रिया को और आँखों को नुकसान पहुँचाती है। नींद में खलल डालने वाली चीजों को हटा दें।
आयुर्वेद कुछ ऐसी जड़ी बूटियों के बारे में बताता है जो शरीर की रक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं और मौसमी एलर्जी से बचाते हैं। आयुर्वेदिक दवाइयाँ जब से मरीज के हिसाब से बनाई जाने लगी हैं तब से यह ज्यादा असरदार हो गई हैं। अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर से अपने बच्चे की सेहत और उसके शरीर की रक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने की सलाह लें।