इस परेशानी को दूर करने के लिए क्या किया जाए?
जीत अच्छी तैयारी और योजना के साथ आती है। बिना सोचे-समझे, किसी चीज़ को पाने में लग जाने से मन में तनाव और चिंता पैदा होता है। इस तनाव और परेशानी को दूर करने के लिए, आयुर्वेद कुछ सुझाव लेकर आया है।
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योग से मन और शरीर दोनों ही स्वस्थ और संतुलन में बने रहते हैं। सुबह प्राणायाम और पूरे दिन में कुछ समय ध्यान लगाने से सकारात्मकता उत्तेजित होती हैं और तनाव और चिंता से छुटकारा मिलता है।
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आपकी जीवन शैली और प्रतिदिन की दिनचर्या तनाव को बढ़ावा देती है। मनुष्य को स्वस्थ जीवन का पालन करना चाहिए, स्वस्थ जीबनयापन के लिए समय पर निंद्रा और सुबह जल्दी उठना, पौष्टिक आहार खाना, धूम्रपान और शराब से दूर रहना और खुश रहना अति आवश्यक है।
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सात्विक भोजन का सेवन करें जैसे बादाम, शहद, हरी सब्ज़ियाँ, फल, दही और नट्स।
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प्राकृतिक जड़ी -बूटियाँ जैसे ब्राह्मी और भृंगराज शरीर की साफ़-सफाई, हार्मोन को विनियमित रखने में और रक्त परिसंचरण के सुधार में काफी लाभदायक साबित रह चुकी है।
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वर्तमान में रहना और अतीत के बारे में सोच के खुद को परेशान न करना भी तनाव दूर करने का एक परामर्श है।
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कोई भी ओलिम्पियड, परीक्षा, या राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता बिना मेहनत या एकाग्रता के बिना जीती नहीं जा सकती। जिसके लिए बच्चे का मन और शरीर तंदुरुस्त होना आवश्यक है। जीवा बालओजस शरीर में रोग निरोधक प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है और कार्य प्रदर्शन में ऊर्जा प्रदान करता है। जीत तभी मुमकिन हैं जब बच्चा किसी बीमारी या रोग से मुक्त हो।
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काम के तनाव को भी जीवा स्ट्रेस फ्री टेबलेट्स या स्लीप-वेल टेबलेट्स से दूर भगाए।
याद रखें मन और शरीर में एकता ही एक खुश हाल जीवन का रास्ता है।