एक समय था, जब संक्रामक रोग दुनिया में घातक रोगों की सबसे बड़ी श्रेणी में आते थे। लेकिन एंटीबायोटिक्स की खोज के बाद यह स्थिति तेजी से बदली है। बहुत से संक्रमणों को ठीक किया जा सकता है और कुछ को तो, जड़ से खत्म किया जा चुका है। आजकल तनाव ने संक्रमणों को पीछे छोड़ दिया है, ऐसा माना जाता है कि आज तनाव दुनियाभर में सबसे बड़ा जानलेवा कारण बन गया है। जीवन का करीब-करीब हर दौर तनाव से प्रभावित है, सैक्सुअल हेल्थ भी इनमें से एक है।
तनाव क्या है
वास्तव में तनाव व्यक्ति को किसी चीज को परखने या किसी अपरिचित स्थिति में आ जाने पर उसके शरीर या मस्तिष्क द्वारा दी गई प्रतिक्रिया होती है। आज की भाग-दौड़ भरी जिन्दगी में कदम-कदम पर तनाव पैदा होता है। यह शरीर के सामान्य संतुलन को बुरी तरह से प्रभावित करता है। मुख्यतः इससे मस्तिष्क पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र में मज्जा धातु होती है, जो कि तनाव को नियंत्रित रखने के लिए बहुत जरूरी है। पाचन सही न होने पर धीरे-धीरे मज्ज धातु की कमी होने लगती है और समय बीतने के साथ यह कमजोर हो जाती है। मज्ज धातु, यौन क्रियाओं (सैक्सुअल फंक्शंस) को पोषण प्रदान करती है। मज्ज धातु में कमी का अर्थ है, कमजारे शुक्र धातु। इसका परिणाम होता है, अंतरंग क्षणों के दौरान कमजोरी।
क्या करना चाहिए?
तनाव, मज्ज धातु में कमी, फिर शुक्र धातु का कमजोर होना और अन्ततः अंतरंग क्षणों के दौरान कमजोरी। इस प्रकार तनाव से शुरू करते हुए सैक्सुअल हेल्थ के बीच गहरा संबंध है। तनाव मुक्त रहने के लिए निम्न उपाय अत्यंत उपयोगी हो सकते हैं
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खुराक यानी कि अपने आहार का बहुत ध्यान रखें। ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें। शुक्र धातु को बढ़ाने के कारण ये तनाव मुक्त करते हैं।
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जीवा की तनाव मुक्त टेब्लेट्स, मेमोरिका और आयुर शक्ति भी तनाव के प्रभाव और तनाव के कारण होने वाली अन्य समस्याओं को दूर करने में असरदार हैं।
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योग अभ्यास, शरीर, मस्तिष्क और आत्मा को बहुत आराम पहुंचाता है। तनाव को दूर रखने के लिए नियमित रूप से योग अभ्यास करना चाहिए।
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ध्यान योग, मस्तिष्क को आराम पहुंचाने का बहुत अच्छा तरीका है। ध्यान लगाने पर हम अपने मस्तिष्क, श्वास और वर्तमान में लय बिठा पाते हैं और मस्तिष्क को बहुत आराम मिलता है।