दोनों क्षेत्र में थोड़ा भी असंतुलन होने पर महिला के लिए काफी तनावपूर्ण परिस्थिति पैदा हो सकती है जो वैवाहिक जीवन, शिशु की देख - रेख, अनुपस्थिति, काम पर अप्रिय अनुभव, और स्वयं का ख्याल न रख पाने जैसी परेशानियों पर असर करती हैं।
लम्बे समय तक तनाव लेने से अस्वस्थ जीवन शैली, चिंता, डिप्रेशन, ख़राब पोषण, और अन्य शारीरिक परेशानियां पैदा होती हैं। निम्नलिखित मानसिक सहायता और उत्तेजना के लिए कुछ तरीके हैं :
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आयुर्वेदिक पंचकर्म थेरेपी से मन और शरीर दोनों की शुद्धि होती है। यह परम उपचार है जो शरीर को ताज़ा, मज़बूत और स्वस्थ बनाता है।
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गाए का घी मन और शरीर को पोषित करता है। वह शरीर में ठंडक का एहसास, रोग प्रतिरोधक शक्ति में सुधार, यादाश मज़बूत, बुद्धि और पाचन अच्छा करना और आँखें और त्वचा स्वस्थ करना उत्तेजित करता है।
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हफ्ते में 2 या 3 बार तेल से सिर पर कोमल मालिश करें, जिससे मन को आराम और गहरी नींद प्राप्त होगी।
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रोज़ाना कसरत से शरीर फिट रहता है। कुछ योगासन,स्ट्रेचिंग व्यायाम, एरोबिक्स और योगा वज़न पर नियंत्रण रखते हैं और पाचन शक्ति मज़बूत रखते हैं।
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स्वस्थ खान-पान जैसे फल, सब्ज़ियां, नट्स, और दुग्ध उत्पाद खाने से शरीर तंदुरुस्त रहता है और उससे विटामिन और मिनरल प्रदान होते हैं।
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नारी सखी महिलाओ की कायाकल्प के लिए एक आयुर्वेदिक परिशिष्ट (सप्लीमेंट) हैं। यह शरीर के अंग को पोषित करता है, होर्मोनेस में प्राकृतिक तरीके से नियंत्रण लाता है और जानने की शक्ति को बढ़ता हैं साथ ही, शतावरी टेबलेट्स शरीर के लिए काफी फायदेमंद साबित हुई हैं और खून साफ़ करने में और प्रजनन अंग की मज़बूती में काम आई हैं ।