यदि हाँ, तो हम यहाँ आपको इस परेशानी से जल्दी छुटकारा दिलाने वाले कुछ स्वास्थ्यवर्धक और असरदार तरीके बता रहे हैं। यह आयुर्वेदिक उपाय आपको पेट दर्द, पेट में सूजन, सीने में जलन, खट्टी डकारों और अन्य गैस-सम्बन्धी समस्याओं से आराम दिलाएँगे:
एलोवेरा जूस:
एलोवेरा या घृतकुमारी अपनी अनेकों चिकित्सकीय खूबियों के लिए जाना जाता है। हम एलोवेरा जेल को त्वचा और बालों पर भी इन्हें सुन्दर बनाने के लिए प्रयोग करते हैं। पर इन सबके अलावा भी, एलोवेरा जूस पेट की गैस की समस्याओं में आपको राहत देने वाला एक बहुत अच्छा आयुर्वेदिक उपचार है। घृतकुमारी में उपस्थित किण्वक (एन्ज़ाइम्स) आपकी शरीर के पाचन तंत्र को स्वस्थ करने में बहुत उपयोगी होते हैं। तो पेट की सभी समस्याओं के लिए आज से ही जीवा एलोवेरा जूस पीना प्रारम्भ कर दीजिये।
सौंफ के बीज:
सौंफ हमारी रसोई में सबसे आसानी से उपलब्ध सामग्रियों में से एक है। अगर आपको बदहजमी और गैस की समस्या है और यह बढ़ती जा रही है, तो हर बार भोजन के पश्चात थोड़ी सौंफ खाएँ। आप चाहें तो इन सौंफ के दाने को भूनकर रख सकते हैं और रोज इसमें से एक छोटी चम्मच सौंफ खाने के बाद ले सकते हैं। एन्टीस्पैस्मोडिक (पेट में उठने वाली मरोड़ को ख़त्म करने वाली) एजेंट है, जो हमारी पाचन प्रणाली को आराम देती है, जिससे भोजन अच्छे से पच जाता है और गैस्ट्राइटिस में राहत मिलती है।
धनिया के बीज:
यदि आपको रोज गैस्ट्राइटिस की समस्या होती है, तो हम आपको भुने हुए धनिया के बीज खाने की सलाह देते हैं। इनको छाछ के साथ खाएँ। आप हरे धनिया की पत्तियों को एक गिलास पानी में उबालकर इसका रोज सेवन भी कर सकते हैं। इससे गैस्ट्राइटिस की समस्या धीरे-धीरे कम हो जाएगी।
जीवा डाइजेस्टऑल चूर्ण:
यह एक बहुत ही असरदार प्राकृतिक उपाय है, जो की पेट की कई समस्याओं से आपको राहत दिलाने में सक्षम है। डायरिया, कब्ज, पेट की सूजन आदि में इससे बहुत फायदा मिलता है। अपने पेट को कुदरती रूप से स्वस्थ रखने के लिए आप इस जीवा डाइजेस्टऑल चूर्ण का सेवन भी कर सकते हैं।