यदि आप भी बालों की समस्याओं से परेशान हैं, तो इस आयुर्वेदिक उपचारों की सूची में बालों के झड़ने की समस्या में लाभदायक कुछ बहुत ही अच्छे समाधान दिए गए हैं:
त्रिफला चूर्ण:
यह असरदार जड़ी-बूटी बालों को झड़ने से रोकने की हर्बल दवा है। आप जीवा त्रिफला चूर्ण को गोले के तेल में मिलाकर अपने सर की मालिश कर सकते हैं या इसे रोज़ पानी के साथ पी सकते हैं। त्रिफला चूर्ण को बनाने के लिए बहुत ही असरदार सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है, जो पाचन और दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं में भी असरदार है। इसको बनाने के लिए हरितकी और आँवला का इस्तेमाल होता है, जो बालों की समस्या से लड़ने में आपकी मदद करते हैं।
च्यवनप्राश:
यह एक आयुर्वेदिक पूरक औषधि है, जो कि गुणकारी जड़ी-बूटियों और प्राकृतिक तत्वों से भरपूर होती है। बहुत सारी गुणकारी सामग्री, जैसे कि आँवला, नीम, तुलसी, अश्वगंधा, ब्राह्मी आदि के मिश्रण से बना प्राकृतिक उत्पाद च्यवनप्राश स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है। जीवा च्यवनप्राश आपके स्वास्थ्य को पूर्ण रूप से सुधारने में सक्रिय है, फिर चाहे वह पाचन तंत्र, श्वांस समस्या, त्वचा विकार, खून की अशुद्धियों या अन्य कितनी ही परेशानियां क्यों न हों! इसे दैनिक रूप से खाना बहुत आवश्यक और स्वास्थ्यवर्द्धक है।
आँवले का रस:
यह तो सब जानते हैं कि आँवला को अमलकी भी कहा जाता है, जो कि एक सक्षम एंटीऑक्सीडेंट हैं और बहुत से स्वास्थ्य विकारों से निजात दिलाता है। यह त्वचा, बाल, हृदय, आँखों और पाचन की समस्याओं के लिए खासकर फायदेमंद है। 20-30 मि.ली. जीवा आँवला जूस का लगातार सेवन आपको सारे स्वास्थ्य विकारों से बचाता है, जिसमें बालों का गिरना भी शामिल है।
बालों के गिरने/झड़ने की समस्या के प्रभावशाली इलाज के लिए आयुर्वेदिक तेल, हर्बल शैम्पू आदि का इस्तेमाल करें। अगर समस्या गंभीर है तो आज ही जीवा आयुर्वेदिक के विशेषज्ञों से सम्पर्क करें, क्योंकि हम आपको सटीक खुराक, उचित दवा और इनके सेवन की सही तकनीक से अवगत करा सकते हैं।