उपचार:
तुलसी और नीम की पत्तियाँ:
बहुत सारे औषधीय पौधे जैसे कि नीम, तुलसी, एलोवेरा आदि बैक्टीरिया विरोधी और कवक (फंगस) विरोधी गुणों से भरपूर होते हैं। इसी कारण यह त्वचा की एलर्जी को ठीक करने में बेहद लाभकारी हैं।
तुलसी और नीम इसके सामान्य उदाहरण हैं। यह सबके घरों में आसानी से मिल जाते हैं और अद्भुत चिकित्सकीय गुणों से भरपूर होते हैं। त्वचा की समस्याओं के लिए आप तुलसी को नीम और धनिया की पत्तियों के साथ पीसकर प्रभावित स्थान पर लगा सकते हैं। थोड़ी देर में पानी से उस जगह को धो लें। यह लेप चकत्ते या एलर्जी दूर करने में बहुत उपयोगी है।
सौंदर्य प्रसाधन:
सौंदर्य प्रसाधनों और उत्पादों में बहुत भारी मात्रा में रसायन मिश्रित होते हैं, जो कि त्वचा में जलन पैदा कर सकते हैं। अतः ,अगर आपको ऐसे किसी उत्पाद का इस्तेमाल करने से त्वचा पर चकत्ते या जलन का आभास हो रहा है, तो इसे इस्तेमाल करना बंद कर दें।
विटामिन-सी:
विटामिन-सी को अपने आहार का हिस्सा बनाएँ। इसमें त्वचा के रोगों को ठीक करने के लिए जरूरी गुण विद्यमान होते हैं। विटामिन-सी त्वचा की एलर्जी से लड़ता है और इसीलिए, इसे त्वचा के लिए सबसे बढ़िया उपचार माना जाता है। विटामिन सी शरीर में पहुंचाने के लिए आप नींबू के रस का भी सेवन कर सकते हैं।
पपीते का लेप:
पपीते के बीजों को मसलकर उनको प्रभावित क्षेत्र में लगायें और 30 मिनट तक इसको ऐसे ही रहने दें। इसके बाद, ठंडे पानी से उस जगह को धो दें। ये चकत्तों को कम करता है और जलन से राहत देता है, जो एलर्जी का कारण होते हैं। पपीते में बहुत सारे पौष्टिक तत्व होते हैं, जैसे कि मैग्नीशियम, विटामिन ए, ई, सी, आदि, जो कि त्वचा के लिए बेहद ही लाभदायक हैं।
आप इन सभी आसान से उपचारों का उपयोग करके अपनी त्वचा को एलर्जी और चकत्तों से बचा सकते हैं। उचित उपचार और दवाई के लिए जीवा डॉक्टर से आज ही संपर्क करें।