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समझे क्यों है पार्टनर फ्रिजिड

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दाम्पत्य जीवन खुशहाल तभी पूर्ण रूप से होता है, जब दोनों पार्टनर को यौन सुख प्राप्त होता है। यौन क्रियाओं में किसी एक भी अरुचि गृहस्थ ज़िंदगी को तबाह कर सकती हैं। यही अरुचि महिलाओं में फ्रिजिडिटी कहलाती है।

फ्रिजिडिटी का अर्थ है....लंबे समय से यौन इच्छा की भावना का उत्पन्न न होना व सेक्स के दौरान सहयोग न देना। हालांकि इस तरह की समस्या पुरुष को भी हो सकती है लेकिन यह प्रॉब्लम महिलाओं में ज़्यादा देखने को मिलती है।

क्या हैं फ्रिजिडिटी के कारण

भावनात्मक दूरी आना- सेक्स प्यार का दूसरा नाम है, ऐसे में रिश्ते में यदि प्यार कम हो जाए व भावनात्मक दूरी आ जाए तो उससे भी आपके रिश्ते पर असर पड़ सकता है।

पुराना समय-भूतकाल में हुई कोई दुर्घटना जैसे छेड़छाड़, यौन शोषण आदि वर्तमान में भी उनके इस पुराने डर को ताज़ा कर देती है जिससे वो सेक्स से घबराने लगती हैं।

आपका बुरा व्यवहार-बहुत बार महिलाएं अपने साथी के गलत व्यवहार से भी दूर हो जाती हैं। जैसे शराब पीना, ज़बरदस्ती करना आदि।

स्वास्थ्य से संबंधित कारण- स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं जैसे वैजाइनल ड्राइनेस, प्राइवेट पार्ट में दर्द, पुराना रोग, अनिद्रा, मेडिकेशन, अन्य व्यसन, गर्भावस्था के दौरान या उसके बाद, तंत्रिका तंत्र को कोई नुकसान और थकान के कारण भी महिलाओं में ठंडापन आता है अर्थात वो फ्रिजिड हो जाती हैं।

आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट

फ्रिजिडिटी का ट्रीटमेंट करने के लिए प्रॉब्लम की जड़ को समझा जाता है और फिर उसके अनुरूप इलाज किया जाता है। जैसे यदि बीमारी का कारण कोई शारीरिक समस्या है तो जड़ी-बूटियों या अन्य औषधियों के ज़रिए प्रॉब्लम को हील किया जाता है। इसके अलावा आयुर्वेद शास्त्र की पंचकर्म चिकित्सा पद्धति को भी अपनाया जाता है। इससे शरीर में समाए सभी विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और दोष संतुलित अवस्था में आ जाते हैं। लेकिन अगर फ्रिजिडिटी की समस्या किसी भावनात्मक या मानसिक परिस्थिति के कारण हैं तो रिलेक्सिंग क्रियाओं व उचित काउंसलिंग के ज़रिए व्यक्ति को मानसिक तौर पर स्वस्थ किया जा सकता है।

कैसा हो आहार

  • मैदा व पॉलिश चावल की बजाय गेहूं से बने खाद्य पदार्थ और ब्राउन राइस ही खाएं।

  • खाने में सौंफ, अजमोद, तेजपत्ता जैसे मसालों का इस्तेमाल करना चाहिए। यह महिलाओं में सेक्स ड्राइव को बढ़ाने में मददगार होते हैं।

  • ताज़े फल व जूस, पिस्ता, बादाम, किशमिश, अंजीर व सूखा आलूबुखारा जैसी चीज़ों को अपनी डाइट में शामिल करें।

  • कैफीन युक्त पेय पदार्थ, सिगरेट, शराब व डिब्बा बंद खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें।

घरेलू उपचार

  • बरगद के पेड़ की जड़ को पीस लें और फिर इस 3 चम्मच पाउडर को आधा कप दूध के साथ पिएं।

  • रोजाना 1 चम्मच पिसी अश्वगंधा को एक कप दूध के साथ लें।

  • ताज़ी अदरक को कद्दूकस कर लें। अब एक कप दूध में एक चम्मच अदरक मिलाएं और उसे 15-20 मिनट तक गर्म करें। स्वादानुसार चीनी मिलाएं और रोजाना दिन में एक वक्त यानि सुबह या फिर शाम को पिएं।

  • मांसपेशियों को शक्ति व तंत्रिकाओं को उत्तेजित करने के लिए शरीर पर तिल के तेल की मालिश करें।

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