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क्या कोरोना के लक्षण महसूस हो रहे हैं? ये आयुर्वेदिक नुस्खे देंगे राहत



शायद हम सभी ने कोरोना वायरस के खतरे को भूलना शुरू कर दिया है, यह सोचकर कि अब कोई नया स्ट्रेन नहीं है और न ही नए मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन हम बड़ी गलती कर रहे हैं। WHO के अनुसार, पिछले 28 दिनों में 1 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं। इस आँकड़े को देखते हुए, हमें फिर से सजग और सतर्क हो जाने की ज़रूरत है। जब 2020 मे कोरोना वायरस ने हमारे दरवाजे पर दस्तक दी, तो दुनिया भर में लोग न सिर्फ डरे हुए थे, बल्कि अनिश्चितता से भरे हुए थे। लेकिन, इसी दौरान, कई लोगों ने अपनी रसोई और आयुर्वेदिक ज्ञान का उपयोग करके इस नई चुनौती का सामना किया।

आयुर्वेद अपने नैतिक सिद्धांतों और स्वास्थ्य वर्धक उपचारों के लिए जानी जाती है। यह पद्धति विशेषकर वायरल संक्रमणों के खिलाफ न केवल प्रतिरोधक क्षमता (immunity) बढ़ाने में मदद करती है, बल्कि यह संक्रमण के बाद की रिकवरी में भी सहायक होती है।
तो चलिए, आज हम जानते हैं कि किस तरह आयुर्वेदिक नुस्खे आपको कोरोना के लक्षणों का सामना करने में मदद कर सकते हैं और इस दौरान आपकी सेहत को किस तरह से सुरक्षित रख सकते हैं।

कोरोना वायरस के प्रमुख कारण (Main Causes of Corona)

क्या आप जानते हैं कि कोरोना वायरस (COVID-19) कैसे फैलता है? यह समझना अत्यंत ज़रूरी है कि इस वायरस के फैलने के मुख्य कारण क्या हैं, ताकि आप और आपके प्रियजन सुरक्षित रह सकें।

  • संक्रमित व्यक्ति की श्वसन बूँदें (Respiratory Droplets): जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता है, छींकता है, बात करता है, या साँस लेता है, तो वह हवा में वायरस युक्त बूँदें छोड़ता है। यदि ये बूँदें किसी अन्य व्यक्ति की साँस में पहुँच जाती हैं या उनके हाथ, नाक या मुँह पर लग जाती हैं, तो वे भी संक्रमित हो सकते हैं।
  • वेंटिलेशन की कमी वाले स्थान (Poorly Ventilated Spaces): हवा की कम गति वाले या बंद स्थानों पर, वायरस युक्त बूँदें हवा में लंबे समय तक ठहर सकती हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
  • संक्रमित व्यक्ति के इस्तेमाल किए गए वस्तुओं का संपर्क (Contact with Contaminated Objects): यदि आप संक्रमित व्यक्ति के इस्तेमाल किए गए सामान जैसे कि मोबाइल, दरवाज़े के हैंडल, स्विच आदि को छूते हैं और फिर बिना हाथ धोए अपने चेहरे को छूते हैं, तो इससे भी संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

इसलिए, यह समझना अति आवश्यक है कि कोरोना वायरस के फैलाव के ये मुख्य कारण क्या हैं और हमें इनसे कैसे बचाव करना चाहिए। इस बात की जानकारी होने पर ही हम इस वायरस के खिलाफ प्रभावी ढंग से लड़ सकते हैं।

कोरोना वायरस के लक्षण (Symptoms of Corona)

कोरोना वायरस जब आपके शरीर में प्रवेश करता है, तो इसके लक्षण सामान्यतः ३ से १४ (3 to 14) दिनों के भीतर दिखना शुरू हो जाते हैं। ये लक्षण कभी-कभी इतने हल्के होते हैं कि आपको लग सकता है कि यह सिर्फ़ एक सामान्य सर्दी या फ्लू (flu) है, परंतु यह ध्यान देने योग्य होते हैं क्योंकि इसके प्रभाव ज़्यादा गंभीर हो सकते हैं।

सबसे आम लक्षणों में शामिल हैं:

  • बुख़ार (Fever): आमतौर पर 100°F या उससे अधिक।
  • सूखी खांसी (Dry Cough): जो कि निरंतर और बिना बलगम के होती है।
  • थकान (Fatigue): शरीर में अत्यधिक कमज़ोरी महसूस होना।

कम आम लक्षण जो फिर भी कुछ लोगों में देखे गए हैं:

  • स्वाद और गंध की क्षमता का खोना (Loss of Taste and Smell): खाने और सूंघने की क्षमता में अचानक कमी आना।
  • सिरदर्द (Headache): जो कि सामान्य से अधिक तीव्र हो सकता है।
  • शरीर में दर्द (Body Aches): मांसपेशियों में दर्द या बेचैनी होना।

इसके अतिरिक्त, कुछ लोगों में गंभीर लक्षण भी देखे गए हैं, जैसे कि:

  • सांस लेने में कठिनाई (Difficulty Breathing): जब छोटी-छोटी गतिविधियाँ भी सांस फूलने का कारण बनती हैं।
  • छाती में दर्द या दबाव (Chest Pain or Pressure): जो कि लगातार बना रहता है।

यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस होते हैं, तो यह ज़रूरी है कि आप सचेत रहें और उचित स्वास्थ्य निगरानी (Health Monitoring) में रहें। आयुर्वेदिक उपचार आपको इन लक्षणों से राहत दिला सकते हैं, परंतु गंभीर स्थिति में आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लेना भी ज़रूरी है

कोरोना से लड़ने के आयुर्वेदिक नुस्खे और उपचार (Home Remedies for Corona)

क्या आप जानते हैं कि आयुर्वेद की गहराई में छुपे कुछ सरल उपाय आपको कोरोना के प्रकोप से लड़ने में मदद कर सकते हैं? आइए, ऐसे ही कुछ प्राचीन नुस्खों का पता लगाएँ।

काढ़ा पीना (Drink Kadha)

काढ़ा, एक प्राचीन आयुर्वेदिक पेय है, जो मुख्यतः अदरक, तुलसी, और हल्दी जैसे औषधीय घटकों से बनाया जाता है। बनाने की विधि बेहद सरल है। एक पैन में पानी उबालें, उसमें अदरक के टुकड़े, तुलसी के पत्ते, और थोड़ी सी हल्दी डालें। इसे तब तक उबालें जब तक कि पानी आधा न रह जाए। इस पेय को दिन में तीन से चार बार पीना चाहिए, खासकर बीमारी के लक्षण दिखने पर।

ताज़ा और गर्म भोजन (Hot and Fresh Food)

आयुर्वेद के अनुसार, ताज़ा और गर्म भोजन शरीर को उर्जा देता है और पाचन को सुधारता है। मूंग दाल और खिचड़ी जैसे पौष्टिक आहार शामिल करें, जो आसानी से पच जाते हैं और शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करते हैं। मसाले जैसे काली मिर्च और दालचीनी ना केवल स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि उनके औषधीय गुण भी शरीर की प्रतिरक्षा को मज़बूत करते हैं।

हर्बल चाय और इन्फ्यूज़न (Herbal Teas)

विभिन्न प्रकार की हर्बल चाय जैसे कि तुलसी, अदरक और पुदीना की चाय साँस सम्बंधी तकलीफों में राहत देती हैं। ये चाय सूजन कम करने में भी सहायक होती हैं।

प्राणायाम और योग (Yoga and Breathing Techniques)

योग और प्राणायाम जैसे कि कपालभाति और अनुलोम विलोम, शरीर को तनावमुक्त करने और साँस की गति को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। ये अभ्यास ना केवल श्वास संबंधी समस्याओं में लाभकारी होते हैं, बल्कि संपूर्ण इम्यून सिस्टम को भी मज़बूत करते हैं।

आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी (Ayurvedic Herbs)

गिलोय और अश्वगंधा जैसी जड़ी-बूटियाँ, जिन्हें आयुर्वेद में 'रसायन' कहा जाता है, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं। इसके अलावा गर्म पानी से गरारे करना, जिसमें थोड़ा नमक और हल्दी मिला हो, गले की खराश और संक्रमण से राहत प्रदान करता है।

शहद और काली मिर्च (Honey and Black Pepper)

एक चम्मच शहद में थोड़ी सी काली मिर्च मिलाकर खाने से खांसी में काफी राहत मिलती है। शहद गले की खराश को सुकून देता है और काली मिर्च संक्रमण से लड़ने में मदद करती है। यह सरल लेकिन प्रभावी उपाय आपको तेज़ी से आराम दिलाने में सहायक हो सकता है।

व्योषादि वटी (Vyoshadi Vati)

व्योषादि वटी, जो आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का एक मिश्रण है, गले की जलन और खांसी में उपयोगी होती है। दिन में 2-3 बार इसे चबाने से गले में जमाव और दर्द से राहत मिलती है।

गर्म पानी से गरारे (Gargles)

गले की सूजन और दर्द को कम करने के लिए गर्म पानी में नमक और हल्दी मिलाकर गरारे करना एक असरदार उपाय है। यह नुस्खा न केवल आपके गले को शांत करता है बल्कि संक्रमण को भी रोकने में मदद करता है।

प्राकृतिक जूस और सूप (Soups and Juices)

आयुर्वेद सलाह देता है कि ताज़ा फलों का जूस और सब्जियों का सूप बीमारी के दौरान उपयोगी होते हैं क्योंकि वे आसानी से पचते हैं और शरीर को ज़रूरी पोषण देते हैं। विशेषकर, विटामिन C युक्त फलों का जूस इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक होता है।

ये नुस्खे आपके लिए न केवल कोरोना के लक्षणों से लड़ने में सहायक होंगे बल्कि आपके समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाने में मदद करेंगे

कोविड-19 से बचाव के लिए उपाय (Prevention from Coronavirus)

कोरोना वायरस से बचाव के लिए आपको कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए जो न केवल आपको, बल्कि आपके परिवार और समुदाय को भी सुरक्षित रखने में मदद करेंगी। आइए, इन सरल लेकिन महत्वपूर्ण उपायों को जानें:

सामाजिक दूरी बनाए रखें (Social Distancing): दूसरे लोगों से कम से कम 6 फीट (2 मीटर) की दूरी बनाकर रखें, खासकर जब आप बाहर हों। यह वायरस से संक्रमित होने के खतरे को कम करता है।

मास्क पहनें (Wear Mask): जब भी आप घर से बाहर जाएँ, चेहरे को मास्क से ढकना न भूलें। यह वायरस युक्त बूँदों को फैलने से रोकता है और आपको व समुदाय को सुरक्षित रखता है।

हाथों की सफाई (Clean Hands Regularly): अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएँ। यदि साबुन और पानी उपलब्ध न हो, तो हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें जिसमें कम से कम 60% अल्कोहल हो।

चेहरे को न छूएँ (Avoid Touching Face): अपने आँखों, नाक और मुँह को अनधोए हाथों से न छूएँ। वायरस हाथों से चेहरे की ओर पहुँच कर संक्रमण का कारण बन सकता है।

स्वच्छता और साफ-सफाई (Maintain Hygiene): अपने आस-पास के पर्यावरण को साफ रखें। दरवाज़े के हैंडल, स्विच, मोबाइल फोन और अन्य बार-बार छूने वाली सतहों को नियमित रूप से साफ और कीटाणुरहित करें।

ये उपाय अपनाकर आप न केवल स्वयं को, बल्कि अपने परिवार को भी कोविड-19 के खतरे से बचा सकते हैं। इन सरल कदमों को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करें और सुरक्षित रहें।

अंतिम विचार (Final Thoughts)

कोरोना वायरस से जंग जीतने का यह संघर्ष केवल आपका नहीं, बल्कि हम सभी का है। जैसे जैसे हम इस महामारी के छाये में अपने दिन बिता रहे हैं, आयुर्वेदिक नुस्खे हमारे लिए एक रोशनी की किरण बनकर सामने आए हैं। ये प्राचीन ज्ञान हमें न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी मज़बूत बनाता है, और हमें यह दिखाता है कि प्रकृति के पास हमारे हर प्रश्न का उत्तर है।

आपकी और आपके परिवार की खुशियाँ और सेहत हमारी प्राथमिकता हैं। इसीलिए, इन नुस्खों को अपनाकर, आप न केवल खुद को बल्कि अपने आस-पास के हर व्यक्ति को सुरक्षित रख सकते हैं। याद रखिये, कोई भी चुनौती इतनी बड़ी नहीं होती कि हम उसका सामना न कर सकें। आइये, हम सभी मिलकर इस चुनौती को एक मौके के रूप में लें और अपनी और अपनों की रक्षा करें।

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