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थाईलैंड में दो नए सेंटर खोलेगा जीवा आयुर्वेद, जानें इसके बारे में
आयुर्वेद के क्षेत्र में स्थापित घरेलू नाम 'जीवा आयुर्वेद' ने पहले दो सेंटर्स थाईलैंड में खोले जाने का ऐलान किया है. ये सेंटर्स थाईलैंड के पहाड़ी क्षेत्र 'पाक थोंग चाई' और उत्तरी वन क्षेत्र 'चियांग माई' में स्थापित किये जायेंगे.
आयुर्वेद के क्षेत्र में स्थापित घरेलू नाम ‘जीवा आयुर्वेद’ ने पहले दो सेंटर्स थाईलैंड में खोले जाने का ऐलान किया है. ये सेंटर्स थाईलैंड के पहाड़ी क्षेत्र ‘पाक थोंग चाई’ और उत्तरी वन क्षेत्र ‘चियांग माई’ में स्थापित किये जायेंगे. iRETREAT के साथ पार्टनरशिप की घोषणा हेतु आयोजित समारोह में जीवा समूह की तरफ से कहा गया कि जीवा आयुर्वेद और iRETREAT के बीच यह परस्पर सहयोग समग्र स्वास्थ्य एवं चिकित्सा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. जो आयुर्वेद के प्राचीन ज्ञान , ध्यान और चेतना की परिवर्तनकारी शक्ति को एक साथ लाता है.
इस विस्तार के माध्यम से, जीवा आयुर्वेद दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में आयुर्वेदिक पद्धतियों और उत्पादों का प्रसार करेगा. जिससे जनता को स्वस्थ और अधिक समग्र स्वास्थ्य प्रबंधन समाधान उपलब्ध होंगे. जीवा समूह के अध्यक्ष श्री ऋषि पाल चौहान ने कहा कि यह सहयोग स्वास्थ्य देखभाल में आयुर्वेद की परिवर्तनकारी क्षमता के बारे में वैश्विक जागरूकता को एक नई दिशा प्रदान करने के हमारे मिशन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. आयुर्वेद, माइंडफुलनेस और ध्यान का महत्व और समग्र स्वास्थ्य के कल्याण को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका को पहचानने से निस्संदेह दुनिया भर के लोगों के लिए एक स्वस्थ और सामंजस्यपूर्ण भविष्य का मार्ग प्रशस्त होगा.
वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा ‘ मैं आयुर्वेद के पारंपरिक ज्ञान और ध्यान की परिवर्तनकारी शक्ति को बढ़ावा देने हेतु संयुक्त प्रयास के लिए जीवा आयुर्वेद और iRETREAT को बधाई देता हूं. भारत व्यापक वैश्विक जन-कल्याण के लिए आयुर्वेद के विशाल ज्ञान को साझा करने के लिए प्रतिबद्ध है. आयुष मंत्रालय की स्थापना के बाद से हमारा उद्देश्य पारंपरिक चिकित्सा को अधिक लोगों तक पहुंचाने, ज्ञान प्रदान करने और इसकी वैश्विक पहुंच को बढ़ावा देने में उत्प्रेरक के रूप में काम कर रहा है.
इस तरह की अनूठी पहल के जरिए हमारा लक्ष्य दुनिया को आयुर्वेद और ध्यान की वास्तविक क्षमता का एहसास कराने में सक्षम बनाना है, जिससे अंततः एक स्वस्थ और अधिक संतुलित दुनिया का मार्ग प्रशस्त होगा.’ iRETREAT के संस्थापक मोंक ड्यूक ने संयुक्त उद्यम की सराहना करते हुए कहा कि जीवा आयुर्वेद के साथ हमारा सहयोग वैश्विक मानसिक कल्याण के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है. आयुर्वेद के प्राचीन और अद्भुत ज्ञान तथा शांति एवं ध्यान की पद्धतियों को मिलाकर हम आंतरिक शांति और आत्म-खोज को बढ़ावा देने की दिशा में आज हम एक छलांग लगा रहे हैं.
आयुर्वेद के प्राचीन ज्ञान और iRETREAT के ध्यान और माइंडफुलनेस की पद्धतियों के एकीकरण के माध्यम से, जीवा iRETREAT सेंटर्स मन, शरीर और आत्मा को पोषित करेगी ताकि आगंतुकों के जीवन में व्यापक, गहरा और स्थायी सकारात्मक प्रभाव पैदा हो सके. इस अवसर पर प्रसिद्ध आध्यात्मिक, टीवी व्यक्तित्व और वरिष्ठ राजयोग ध्यान शिक्षिका, बहन बीके शिवानी ने इस पहल की सराहना की और कहा, “जीवा आयुर्वेद और iRETREAT के बीच यह सहयोग समग्र वैलनेस की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. आयुर्वेद के प्राचीन ज्ञान और iRETREAT की परिवर्तनकारी ध्यान प्रथाओं का एकीकरण व्यक्तियों को आंतरिक शांति प्राप्त करने और उनके जीवन में सकारात्मक सोच विकसित करने के लिए सशक्त बनाएगा.”
विश्व हिंदू आर्थिक मंच के स्वामी विज्ञानानंद जी ने इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जीवा आयुर्वेद और iRETREAT का गठबंधन वैश्विक शांति और खुशहाल जीवन प्राप्त करने की दिशा में एक कदम है. यह पहल योग और वेदांत के आदर्शों का प्रतीक है, जो दुनिया भर के व्यक्तियों के लिए आत्म-साक्षात्कार का मार्ग प्रशस्त करती है.