ध्यान:
आपने यह पहले भी सुना होगा, पर अब जरूरत है इसका अभ्यास करने की। यहाँ तक की विज्ञान भी इस बात को मानता है कि दिन में एक बार ध्यान करना ही आपको तनाव से छुटकारा दिलाने और शरीर में सूजन को कम करने के लिए पर्याप्त है।
और हाँ, ' मैं बहुत व्यस्त हूँ' जैसे बहाने अच्छे नहीं होते, क्योंकि इसमें आपका ही नुकसान है। इसे एक निवेश के रूप में समझें। कोई भी समय, जो आपने अपने मन और शरीर को आराम देने के लिए बनाया हो, इसके लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। बढ़ी हुई उत्पादकता और ज्यादा केंद्रित ध्यान के रूप में आपको इस निवेश का दस गुना भुगतान मिलेगा। इसके अलावा, प्रतिदिन 15 मिनट के लिए ध्यान करना वात दोष को शांत कर सकता है।
शरीर को पुनः ऊर्जावान बनाने वाले योग (रीस्टोरेटिव योग)
रीस्टोरेटिव योग (पुनःउर्जित करने वाले योग) योगविज्ञान का एक प्रकार हैं, जो मन और शरीर को विश्राम देने पर केंद्रित होते हैं। यह आराम से किये जाने वाले, आरामदायक और तनाव से राहत दिलाने वाले होते हैं।
रीस्टोरेटिव योग आपके तंत्रिका तंत्र को पुनः मजबूत करके तनाव के नकारात्मक प्रभावों का मुकाबला करने की शक्ति देते हैं। अपने तंत्रिकातंत्र को पुनः स्वस्थ करना जिम में एक या दो घंटे खर्च करने से ज्यादा दीर्घकालिक लाभ प्रदान करेगा, यह आप भी जानते हैं। बालासन, शवासन, आनंद बालासन और सुप्त वज्रासन आदि तनाव प्रबंधन के लिए कुछ उत्कृष्ट योगासन है।
उचित नींद लें:
नींद सबसे अधिक अनदेखी की जाने और अच्छे स्वास्थ्य के लिए सबसे कम समझे जाने वाले कारकों में से एक है। उचित नींद के बिना आपके थके हुए, चिड़चिड़े और यहाँ तक की बेवजह गुस्सा होकर उठने की स्थिति में भी पहुँच सकते हैं।
नींद की कमी आपकी उत्पादकता, क्षमता, रचनात्मकता, सेहत - सबमें ही बाधा डालकर आपके दिनभर के प्रदर्शन को प्रभावित करती है। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप हर दिन उचित नींद लें। शरीर को हर रात एक तय समय पर सोने के लिए उचित समय दें। शांत संगीत सुनने या सोने से पहले कुछ देर टहलने जैसी आरामदायक गतिविधियों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। अपने सभी गैजेट्स को स्वयं से दूर रखें और अपने शयनकक्ष को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से मुक्त रखें।
चाहे आप कितने ही व्यस्त हो, अगर आप ज्यादा तनाव महसूस कर रहे हैं, तो तनाव मुक्त रहने के लिए कुछ समय निकालें और इन तीन युक्तियों का अभ्यास करें।