रस का प्रभाव
शुरू करने के लिए, जब कोई व्यक्ति भोजन ग्रहण करता है जो की अत्यधिक खट्टा यानि अमल रस, नमकीन यानि लवण रस और गरम यानि कटु रस आदि से बना होता हैं जो ये पित्त दोष को बढ़ा देगा। यह, बदले में,शरीर में शुक्र धातु यानि शुक्राणुओं को नष्ट कर देता है। शुक्र धातु के नष्ट होने से, पुरुष प्रजनन अंग को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता जो उसको कार्येरत रखने के लिए जरूरी हैं और इसी कारण स्तंभन दोष जैसी परिस्थिति हो जाती है।
राजसिक मनोविज्ञान अनियंत्रित सेक्स का कारण बन सकता है
स्तंभन दोष का एक और प्रमुख कारण बिना वजीकरण उपचार के बार बार यौन क्रिया करना हो सकता है। इसके कारण वो हो सकता है जिसे आयुर्वेद की भाषा में नपुंसकत्वा या यौन रोग कहते है। थोड़े समय के अंतराल में अधिक स्खलन करने से ऊर्जा, ताकत और शुक्राणु की कमी हो सकती है। इससे उभरने के लिए आयुर्वेद वजीकरण थरेपी की अनुशंसा करता है जिसके कारण ये शुक्र धातु तक जरुरी पोषक तत्व पहुँचा पाता है। इस उपचार में इस्तेमाल होने वाली जड़ी बूटियां पुरुष प्रजनन तंत्र को शक्ति व ताकत देता है जो उसको कार्येरत रखती है।
शरीरिक ज़ख़्म एवं आघात
कभी कभी, पुरुष प्रजनन प्रणाली में आघात या चोट लगने से नसों, कोशिकाओं एवं मांसपेशियों के तंतुओं पर स्तंभन दोष हो सकता है। ये घाव रक्त संचार और पोषण को प्रभावित कर आपके निष्पादन को प्रभावित करते है। यौन संचारित रोग जैसे कैंसर, तपेदिक या टी बी भी नपुंसकता की ओर ले जा सकते है, वही खराब जीवनशैली से जुडी बीमारिया जैसे की मधुमेह आधी सीधे तोर पर आपके यौन जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
कमजोर धातु
अंत में, अति स्थूलत्वा या मोटापा स्तंभन दोष का कारण बन सकता है। मेध धातु या वसा में वृद्धि, शुक्र धातु के उत्पादन में कमी कर सकती है। साथ ही, ऐसा माना जाता है की मोठे लोगो में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है जिसे नपुंसकता से भी जोड़ा गया है।
ये कुछ कारण है जो स्तंभन दोष के लिए जिम्मेदार माने जाते है। इसके अतिरिक्त तनाव, व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन की अप्रसांता, और मनोवैज्ञानिक चुनौतियाँ शामिल है। यहाँ तक की अपनी यौन इच्छाओँ को घोटने से पुरुष प्रजनन अंग कमजोर पड़ सकते है। इससे पहले की आप हर मानकर खुदको स्तंभन दोष का शिकार बना बैठें, जल्द ही जीवा विशेषज्ञों से परामर्श लें ताकि इसे जड़ से खत्म करने में वो आपकी सहायता कर सकें। याद रखें, स्तंभन दोष का उपचार संभव है, आपको बस हम तक पहुँचने की देर है।