बहुमूत्रता की समस्या को पेशाब ग्रन्थि में संक्रमण होने का भी एक कारण माना गया है। जिसे की इनसोम्निया के नाम से भी जाना जाता है। पुरुषों की बहुत बड़ी संख्या में इस रोग का लक्षण पाया जाता है।
घरेलू उपाय
तिल
तिल में बहुत से ज़रूरी मिनरल और सक्रिय घटक पाए जाते हैं जो कि ब्लेडर के ऊपर नियन्त्रण रखने में मदद करते हैं। बहुमूत्रता की समस्या को ख़त्म करने के लिए तिल के सेवन के लिए इसमे थोड़ा सा गुड़ मिलाकर रख दें। अब दिन में 2-3 बार इसका सेवन करें।
आँवला
आँवला ब्लेडर को साफ़ करनें के साथ ही ब्लेडर की माँसपेशियों को भी पोषण देता है जिससे बहुमूत्रता को नियन्त्रित करने में मदद मिलती है। इसके बेहतर परिणाम के लिए कुछ आँवला लेकर इसे पीस लें और फ़िर इसके रस को निकालकर शहद के साथ मिला दें। अब इस जूस का दिन में 2 या 3 बार केले के साथ सेवन करें।
तुलसी
बहुमूत्रता के बहुत से मामलों में ऐसा देखा गया है कि ये ब्लेडर में संक्रमण होने की वज़ह से होता है। तुलसी ब्लेडर के संक्रमण से राहत दिलाते हुए बहुमूत्रता को नियन्त्रित करने में काफ़ी मदद करता है। इसके लिए आप प्रत्येक दिन सुबह के समय 2-3 तुलसी की पत्ती को शहद के साथ मिलाकर खा सकते हैं।
ज़ीरा
ज़ीरा ब्लेडर को नियन्त्रित करने के साथ ही ब्लेडर के यूटीआई संक्रमण को भी होने से रोकता है। इसके लिए आप ज़ीरे को चाय के रूप में लें। 1 चम्मच जीरा लेकर इसे 1 कप पानी के साथ तब तक उबालें जब तक कि पानी आधा ना रह जाये। अब इसे ठण्डा होनें दें और ज़ीरा को एक चम्मच की मदद से पीसने के बाद इसे छान लें। अब आप चाय की जग़ह इसे दिन में दो बार शहद के साथ मिलाकर पिएं।
रीठा
बालों का अच्छा पोषण करने के साथ ही रीठा बहुमूत्रता को भी ख़त्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। रात के समय मे रीठा को पानी मे भिगो दें अब सुबह उठकर खाली पेट आप इसका सेवन करें। बहुमूत्रता की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप ऐसा 2-3 हफ़्ते तक लगातार करें।
बहुमूत्रता से छुटकारा पाने के लिए सिर्फ़ घरेलू नुस्खें पर ही निर्भर ना रहें इसके बेहतर इलाज़ के लिए किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से जरूर सम्पर्क करें। जीवा आयुर्वेदिक डॉक्टर से बात करने के लिए डॉयल करें- 0129-4040404