दुनिया कौन चलाता है? लड़कियाँ। जी हाँ हमारी माएँ, बहनें, बीवियाँ, दादियाँ, चाचियाँ हों या दोस्त यह सारी की सारी महिलाएँ जो हमारे जीवन का हिस्सा हैं यही दुनिया चला रही हैं। लेकिन ये सुपर महिलाएँ अक्सर रोजमर्रा के कामों की वजह से अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पातीं। भारतीय महिलाएँ सेहत से जुड़ी कुछ गंभीर परेशानियों से घिरी हैं, जिसका या तो उन्हें पता नहीं है या फिर वह इसे नकारती हैं। किडनी फेल होना, स्तन कैंसर, मधुमेह, मासिक धर्म से जुड़ी दिक्कतें जैसी बहुत सी बीमारियां है जो दुनियाभर में महिलाओं की मौत की वजह बनती हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि आयुर्वेद की मदद से इन परेशानियों से आसानी से निपटा जा सकता है।
हम आपको सेहत से जुड़े 5 ऐसे मामलों के बारे में बताते हैं जिन पर गंभीरता से सोचना बहुत जरूरी है।
मासिक धर्म की तारीखों में 8 दिनों या उससे ज्यादा का अंतर होने पर उसे अनियमित माना जाता है। कुछ महिलाएँ तो ज्यादा दिनों की अनियमितता झेलती हैं, जो 21 दिनों तक चली जाती है। आजकल पीसीओडी सामान्य हो गया है। इन अनियमितताओं की वजह खराब खानपान और जीवनशैली, मोटापा, हाइपोथायरॉयडिज्म, पॉलीसाइटिक ओवरेन डिसार्डर या फिर लंबे समय तक गर्भनिरोधक गोलियों का असर हो सकता है। हालाँकि कुछ मामलों में देखा गया है कि मासिक धर्म में अनियमितता गर्भाशय या सर्वाइकल कैंसर, फाइब्रॉइड की वजह से भी आ जाती है। अगर आपके मासिक धर्म अनियमित हों तो तुरंत ही डॉक्टर की सलाह लें।
महिलाएँ भी अत्यधिक थकान या ऊर्जा की कमी से प्रभावित होती हैं। इस थकान की वजह खून की कमी, नींद की कमी, नींद के वक्त साँस में दिक्कत आना हो सकता है। अगर इसका इलाज न किया गया तो यही थकान अपराधबोध, चिड़चिड़ापन और अवसाद में बदल जाती है।
दुनियाभर में स्तन कैंसर से मुकाबले दिल की बीमारी से मरने वाली महिलाओं की संख्या ज्यादा है,लेकिन आश्चर्यजनक बात यह है कि ज्यादातर महिलाओं को इसकी जानकारी ही नहीं है। दिल की बीमारी से होने वाली मौतों के मामले में जानकारी ही बचाव है। विशेषज्ञ कहते हैं कि 45 की उम्र से ज्यादा की महिलाओं को नियमित चिकित्सीय जाँच करवानी चाहिए ताकि बीमारी का पता चलते ही तुरंत उपचार किया जा सके।
4 मधुमेह: मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जो किसी को भी हो सकती है। एक खास प्रकार का मधुमेह जो महिलाओं में सामान्य है वह पीसीओएस यानी पॉलीसाइटिक ओवरेन सिंड्रोम की वजह से होता है। मूत्र में ज्यादा मात्रा में शुगर होने की वजह से योनि में संक्रमण भी हो जाता है। बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं में मधुमेह होने का भी खतरा होता है।
5 किडनी की गंभीर समस्या: किडनी की गंभीर बीमारियों में शरीर विषैले तत्वों को बाहर निकाल नहीं पाता और यह शरीर के बाकी तरल तत्वों से मिल जाता है। शरीर खासतौर सेफेफड़ों, और दिल में विषैले तत्वों का रह जाना मौत की वजह बन जाता है। खासतौर से अगर आपकी उम्र 50 से ज्यादा हो, हाई ब्लड प्रेशर हो या मधुमेह टाइप 2 हो तो इसका मतलब यह है कि आप किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं।
आयुर्वेदिक उपचार की मदद से अपनी सेहत पर ध्यान दीजिए। जीवा आयुनीक ने सफलतापूर्वक 150 से ज्यादा सामान्य और दुर्लभ बीमारियों को जड़ सेखत्म किया है। सेहत से जुड़ी सलाह के लिए 0129-4040404 पर फोन करें।
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