प्रिय व्यक्ति की मृत्यु और दूरी हमें अपने चाहने बालों से दूर कर देता है तो उनका शोक हमें दर्द, निराशा और उदासी की ओर खींचा लेता है। रातों का अकेलापन, लम्बे समय तक सूनापन और अपनी राह से भटक जाना स्वास्थ पर भारी पड़ सकता है। और हमको तनाव, डिप्रेशन, कमज़ोर पाचन, दिल का दौरा आदि जैसी बीमारियों का शिकार होना पड़ता है।
किसी प्रियजन को भूलना आसान नहीं लेकिन ज़िंदगी में हौसले से आगे बढ़ना मुमकिन है। निम्नलिखिन कुछ ऐसे तरीके हैं जिससे अपनाने से आपको किसी प्रियजन के शोक से उभरने की हिम्मत मिलेगी:
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हकीकत को अपनाए, आसूं बहाए, अपना समय लें और नई चीज़ो के लिए अपनों ज़िंदगी में जगह बनाए।
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बुरी घटनाओं को याद न करें और अच्छी यादों को सहारा लें।
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जब आप शोक में हो तो प्रोफेशनल साइकोलॉजिस्ट से सुझाव लें।
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योग का अभ्यास करें और ध्यान लगाए। मन की शांति शरीर के लिए भी काफी लाभदायक होती है।
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आयुर्वेद में, पंचकर्म उपचार न तो सिर्फ शारीरिक आराम प्रदान करता है, बल्कि मन शांत करने में, नसों को शांत करने में और मांसपेशियो को मज़बूत करने में भी मदद करता है। जीवा में पंचकर्म पैकेज से मनुष्य के शरीर में ऊर्जा को बढ़ाना, बेहतर उपचार, पौष्टिक सफाई, और शरीर को स्वस्थ रखा जाता है। तनाव जैसी परेशानियों के लिए मरीज़ की जांच के मुताबिक उसका इलाज किया जाता हैं ।
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स्ट्रेस-फ्री टेबलेट्स (तनाव से मुक्ति की दवा) प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से बनती हैं जिससे आप रात को चैन की नींद ले सकते है और रोगों से निज़ात दिलाती है। यह स्वास्थ्य के लिए बिलकुल सुरक्षित है।
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किसी प्रियजन को खोने से मन में और सदस्य को खोने का डर पैदा हो सकता है। इससे इंसान बुरे ख्याल, बढ़ती चिंता और और आत्म संदेह का शिकार हो सकता है। एंग्जायटी एंड इंसोम्निया कॉम्बो पैक आपकी इन परेशानियों को दूर भगा सकता है। इस में इस्तेमाल की गयी जड़ी - बूटी अश्वगंधा शरीर में तनाव सहन करने की शक्ति को बढ़ावा देती है।
आयुर्वेद में हर रोग का सही उपचार है। आज ही हमारे डॉक्टर से परामर्श लें और प्रोफेशनल थेरेपी के लिए प्रतिष्ठित जानकार से राय ज़रूर लें। कोई भी दवा हमारे डॉक्टर से परामर्श के बाद ही उसका सेवन करें।